Page 40 - Mann Ki Baat - Hindi
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िि सममि
                                   े

                 रचनथात्मकतथा कथा तकन्रीकी निथाचथार से ममलन





                                          के सतर पर, बनलक जमीनी सतर पर भी
                                          हुआ है। ल़ेवकन यह रीयल कनटैंट कहाँ
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                                          स  आता  है?  वयनकतगत  कहानीकारों,
                                          बड़ी और छोटी दोनों सकीन के वरलम
                                                      ़े
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                                          वनमा्षताओं  स  लकर  यू  ट्ब  वकएटर,
                                                               ू
                                                                      ़े
                                          कमपोजर,  संगीतकार,  कलाकार,  गम
                                          डेवलपर,  प्रभावराली  वयनकत,  प्रसारक,
                                          कोररयोग्रारर आवद तक इनकी अंतहीन
                                                   ़े
                                          सूची  है।  य  सभी  भारत  की  ववराल
                  ऱेखर कपूर              ‘रचनातमक अि्षवयवसिा’ का वहससा हैं।
                 वरलम वनदवेरक                 हमार  प्रधानमंत्री  नऱेनद्र  मोदीजी
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                                          के  5  वट्वलयन  अमरीकी  डॉलर  की
                                          अि्षवयवसिा  का  प्ऱेरणादायी  ववजन  जो
            भारतीय, वकसी भी अनय राषट् की   दुवनया  में  एक  मजबूत  ‘प्रभावराली
                                                        ़े
        तुलना में न केवल अवधक कनटैंट का   अि्षवयवसिा’ बनन के वलए तैयार है।
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        उपयोग करत हैं, बनलक दुवनया में इसके   हमार  युवाओं  की  आतुरता  और
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        सबस बड़े रवचयता भी हैं। वनससंदह, हम   ऊजा्ष  में  सृजन  तिा  बदलाव  की  चाहत
        ऐस  हैं,  कयोंवक  हम  दुवनया  के  सबस  ़े  वछपी  है।  इसी  कारण  उनमें  प्रभाववत
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        महान कहानीकार हैं। हमारी कहावनयाँ   करन  की  प्रबल  प्ररणा  है,  अपनान  की
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        दरा्षती हैं वक हम कैस समबंध बनात हैं,   सहज प्रववत्त है और हम़ेरा बदलती नई
        और कैस अनुभव करत हैं; और हमन  ़े  तकनीकों की खोज करन का जुनून है।
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        अपन  इवतहास  स  अब  तक  अपनी      भारत में ऐस़े आतुर और संभाववत रूप
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        संसकृवत, अपनी अववशवसनीय ववववधता   स नवोनम़ेरी वयनकतयों की संखया सबस  ़े
        और अपन ज्ाान को कैस आग बढ़ाया है।   अवधक  है।  भारत  की  10  स़े  20  वर्ष  के
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        अनय राषट्ों और अनय संसकृवतयों न भी   आयु वग्ष की आबादी में ही लगभग 270
        हमारी कहावनयों और हमारी सभयता को   वमवलयन  रचनातमक  क्मता  वाल  युवा
                                                                   ़े
        जाना है तिा इसस प्रभाववत हुए हैं और   हैं।  हमार  युवाओं  और  हमारी  वकएटर
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        इनहें सवीकारा है।                 इकोनॉमी  की  इस  क्मता  को  पहचानत  ़े
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            इसके अलावा अब हम कनटैंट की    हुए,  हमार  प्रधानमत्री  ऩे  इस  संगम  के
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        तकनीक को सबस अवधक अपनान वाल  ़े   उतसव  की  कलपना  की  है,  वजस  ववस
        बन गए हैं। ऐसा न केवल वबवलयन डॉलर   (WAVES) कहा जाता है, जहाँ रचनातमकता
        के ववराल बुवनयादी ढाँच वाली कमपवनयों   का तकनीकी नवाचार स वमलन होता है।
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