Page 12 - Mann Ki Baat - Hindi
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वहससा बना रह हैं। कशमीर में Skiing समद् संसकृवत की झलक वदखती है। इस
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स लकर गुजरात में पतंगबाजी तक, बसतर खल महाकुमभ का मूल मंत्र ह–
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हर तरर खल का उतसाह दखन को ‘करसाय ता बसतर बरसाय ता
वमल रहा है। #SundayOnCycle और बसतर’
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#CyclingTuesday जैस अवभयानों स ़े यानी ‘खलगा बसतर– जीतगा
Cycling को बढ़ावा वमल रहा है। बसतर’।
सावियो, अब मैं आपको एक ऐसी पहली ही बार में बसतर Olympic म ें
अनोखी बात बताना चाहता हँ जो हमाऱे 7 वजलों के एक लाख 65 हजार वखलावड़यों
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द़ेर में आ रह बदलाव और युवा सावियों न भाग वलया है। यह वसर्फ एक आंकड़ा
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के जोर और जज़ब का प्रतीक है। कया नहीं ह– यह हमार युवाओं के संकलप
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आप जानत़े हैं वक हमाऱे बसतर में एक की गौरव-गािा है। Athletics, तीरंदाजी,
अनूठा Olympic रुरू हुआ है! जी हाँ, Badminton, Football, Hockey,
पहली बार हुए बसतर Olympic स ़े Weightlifting, Karate, कबड्ी, खो-खो
बसतर में एक नई कांवत जनम ल़े रही और Volleyball – हर खल में हमार ़े
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है। मर वलए य़े बहुत ही खरी की बात ह ै युवाओं ऩे अपनी प्रवतभा का परचम
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वक बसतर Olympic का सपना साकार लहराया है। कारी कशयप जी की कहानी
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हुआ है। आपको भी य़े जानकर अचछा मुझ बहुत प्रररत करती है। एक छोटे स़े
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लगगा वक यह उस क्त्र में हो रहा है, जो गाँव स़े आऩे वाली कारीजी न तीरंदाजी में
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कभी माओवादी वहंसा का गवाह रहा है। रजत पदक जीता है। व कहती हैं, “बसतर
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बसतर Olympic का रुभंकर ह– ‘वन Olympic न हमें वसर्फ खल का मैदान
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भैंसा और पहाड़ी मैना’। इसमें बसतर की ही नहीं, जीवन में आग बढ़न का अवसर
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