Page 5 - Mann Ki Baat - Hindi, February,2023
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              ‘मन की बात’ के इस 98वें एपिसोड   पख्ौनों की बात हुई, तो देश के ्ोगों
          में आि सभी के साथ जुड़कर मुझे बहुत   ने इसे भी हाथो-हाथ बढ़ावा दे पद्या। अब
          खुशी हो रही है। सेंचुरी की तरफ बढ़त  े  तो भारती्य पख्ौनों का इतना क्ेज़ हो
          इस सफ़र में ‘मन की बात’ को आि     ग्या है पक पवदेशों में भी इनकी पडमांड
          सभी ने जन भागीदारी की अपभव्यक्त   बहुत बढ़ रही है। जब ‘मन की बात’ में
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          का अद भुत प्टफॉम्म बना पद्या है। हर   हमने सटोरी-टेप्ंग की भारती्य पवधाओं
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          महीने ्ाखों सनदशों में पकतने ही ्ोगों   िर बात की तो इनकी प्पसपधि भी दूर-दूर
                                                                    े
          के ‘मन की बात’ मुझ तक िहँचती है।   तक  िहँच  गई।  ्ोग,  ़ज्यादा-स़-ज्यादा
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          आि अिने मन की शक्त तो जानते ही    भारती्य सटोरी-टेप्ंग की पवधाओं की
          हैं, वैसे ही समाज की शक्त से कैसे देश   तरफ आकप््मत होने ्गे।
          की शक्त बढ़ती है, ्ये हमने ‘मन की     सापथ्यो, आिको ्याद होगा सरदार
          बात’ के अ्ग-अ्ग एपिसोड में देखा   िटे्  की  ज्यंती  ्यानी  ‘एकता  पदवस’
          है, समझा है और मैंने अनुभव पक्या है,   के अवसर िर ‘मन की बात’ में हमन  े
          सवीकार भी पक्या है। मुझे वो पदन ्याद   तीन  कमिटीशनस  की  बात  की  थी।
          है, जब हमने ‘मन की बात’ में भारत   ्ये  प्पत्योपगताएँ  देशभक्त  िर  ‘गीत’,
                                                                    ु
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          के िारमिररक ख्ों को प्ोतसाहन की   ‘्ोरी’ और ‘रंगो्ी’ इससे जड़ी थीं।
          बात  की  थी।  तुरंत  उस  सम्य  देश  में   मुझे  ्यह  बताते  हुए  खुशी  है,  देशभर
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          एक ्हर सी उठ गई भारती्य ख्ों स  े  के 700 से अपधक पज़्ों के 5 ्ाख स  े
          जुड़ने की, इनमें रमने की, इनहें सीखन  े  अपधक  ्ोगों  ने  बढ़-चढ़  कर  इसमें
                                                                   ु
          की।  ‘मन  की  बात’  में  जब  भारती्य   पहससा प््या है। बच्े, बड़े, बुजग्म, सभी















                मन की बात



             जन भागीदारी की अभभव्यक्त

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