Page 14 - Mann Ki Baat - Hindi
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मेरे  पयारे  देश्ाफसयो,  21  जून  भी   तो ्ैसे भी ज़यादा तामझाम की ज़ररत
        अब आ ही गई है। इस बार भी फ्््     ही नहीं होती है। देफिए, जब आप योग से
        के  कोने-कोने  में  लोग  अंतरराष्ट्रीय   जुड़ेंगे तो आपके जी्न में फकतना बड़ा
                         ु
        योग  फद्स  का  उतसकता  से  इंतज़ार   परर्त्दन आएगा।
        कर रहे हैं। इस ्र्द योग फद्स की िीम
                       ै
        है– योग िॉर ्सुध् कु्ुमबकम  यानी      मेरे पयारे देश्ाफसयो, परसों यानी
                                 ्
        ‘एक  फ्््-एक  परर्ार’  के  रप  में   20  जून  को  ऐफतहाफसक  रियात्ा  का
                                                              ु
        सबके क्याण के फलए योग। यह योग     फदन है। रियात्ा की पूरी दफनया में एक
        की उस भा्ना को वयकत करता है, जो   फ्फशष्् पहचान है। देश के अलग-अलग
        सबको  जोड़ने  ्ाली  और  साि  लेकर   राजयों  में  बहुत  धूमधाम  से  भग्ान
        चलने ्ाली है। हर बार की तरह इस    जगन्नाि  की  रियात्ा  फनकाली  जाती
        बार भी देश के कोने-कोने में योग से   है। ओफडशा के पुरी में होने ्ाली रियात्ा
                                                         ्
        जुड़े काय्दक्रम आयोफजत फकए जाएँगे।  तो अपने आपमें अद भुत होती है। जब मैं
            साफियो, इस बार मुझे नययॉक्क के   गुजरात में िा, तो मुझे अहमदाबाद में
                               ू
        संयुकत राष्ट्र मुखयालय, UN में होने ्ाल  े  होने ्ाली फ्शाल रियात्ा में शाफमल
        योग  फद्स  काय्दक्रम  में  शाफमल  होन  े  होने  का  अ्सर  फमलता  िा।  इन
        का अ्सर फमलेगा। मैं दि रहा हँ फक   रियात्ाओं  में  फजस  तरह  देश  भर  के
                                  ू
                            े
        सोशल मीफडया पर भी योग फद्स को     हर समाज, हर ्ग्द के लोग उमड़ते हैं,
        लेकर गज़ब का उतसाह फदि रहा है।    ्ो अपने आपमें बहुत अनुकरणीय है।
            साफियो, मेरा आप सभी से आग्ह है   ये आसिा के साि ही ‘एक भारत-श्ेष्ि
        फक आप योग को अपने जी्न में ज़रर   भारत’ का भी प्फतफबमब होती है। इस
        अपनाएँ, इसे अपनी फदनचया्द का फहससा   पा्न-पुनीत अ्सर पर आप सभी को
        बनाएँ। अगर अब भी आप योग से नहीं   मेरी ओर से बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।
        जुड़े हैं तो आने ्ाली 21 जून, इस संक्प   मेरी कामना है, भग्ान जगन्नाि सभी
        के फलए बहुत बेहतरीन मौका है। योग में   देश्ाफसयों  को  अच्े  स्ास्थय  और
            वसुधैव कुटुम्बकम् के                    ह लए योग
            वसुधैव कुटुम्बकम् के हलए योग




















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