Page 7 - Mann Ki Baat - Hindi
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अंतरराष्ट्रीय ओलम्पियाड में चमक भारत क धुरधर
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समय िोता िै ! तो िमें, घर पिे, काफी मैथस मेरा पिसंदीदा सबरकट िै और मुझ े
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मिनत करनी पिड़ती िै। िमें प्रोबलम के ्बचपिन से मैथस ्बिुत पिसंद िै। ्बचपिन
साथ घंटों लगाने पिड़ते िैं, कभी-कभार में मेरे टपिता मुझे पिज़लस कराते थे,
तो एक-एक प्रोबल्स के साथ, एक टरससे मेरा इंटरेसट ्बढ़ता गया। मैंन े
टदन, या यिाँ तक टक 3 टदन भी लग ओलम्पियाड की तैयारी 7th कलास स े
राते िैं, तो इसके टलए िमें ऑनलाइन शुरू की थी। इसमें मेरी टससटर का
प्रोबल्स ढटूढनी िोती िैं। िम टपिछल े ्बिुत ्बड़ा योगदान िै और मेरे पिेरेंटस
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साल की प्रोबलम ट्ाई करते िैं और ऐस े ने भी िमेशा मुझे सपिोट्ड टकया। य े
िी, रैसे िम धीरे-धीरे मिनत करते रात े ओलम्पियाड HBCSE कंडकट कराता
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िैं, उससे िमारा एकसपिीररयंस ्बढ़ता िै और ये एक 5 सटेर प्रोसेस िोता िै।
िै, िमारी स्ब से ररूरी चीज़, िमारी टपिछले साल मेरा टीम में निीं िुआ था
प्रोबलम सोमलवंग एट्बटलटी ्बढ़ती िै, रो, और मैं काफी करी्ब था और ना िोने पिर
ना टक िमें मैथमेटटकस में, ्बमलक रीवन ्बिुत दिी था। त्ब मेरे पिरेंटस ने मुझे
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के िर एक क्ेरि में मदद करती िै। टसिाया टक या िम रीतते िैं या िम
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प्रधानमरिी : अचछा मुझे कनव ्बता सीिते िैं और सफ़र मायने रिता िै,
सकते िैं टक कोई टवशेष अनुभव िो, य े सफलता निीं, तो मैं यिी किना चािता
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सारी तैयारी में कोई िास, रो िमार े िँ टक ‘Love what you do and do what you
नौरवान साटथयों को ्बड़ा अचछा लग े love’। सफ़र मायने रिता िै, सफलता
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रानकर के। निीं और िमें सकसस टमलते रिेगा।
कनव तलवार : मेरा नाम कनव अगर िम अपिने सबरकट से पयार करें
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तलवार िै, मैं ग्टर नोएडा उत्तर प्रदेश और रननी को इराॅय करें।
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में रिता िँ और कक्ा 11वीं का छारि िँ। प्रधानमरिी : तो कनव आपि तो
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