Page 31 - Mann Ki Baat Hindi(MAY-2023)
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और ्हाँ के फ्शेर कलचर को देखने का   पुरुर  और  मफहला  फखलाफड़यों  से  भी
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          मौका फमला।                        उनकी मुलाकात कराई। हमने सपशल
              यह  पाँच-छह  फदन  का  काय्यक्रम   सपोटस्य और योगा सेशन भी उनके फलए
          हमने ऐसे पलान फकया था फक बच्चों को   आयोफजत फकया था, साथ ही हमने उनके
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          ग्ाहाटी  के  अलग-अलग  गा्,  बरॉड्टर   फलए इंटरप्ेनयोरफशप ् टेक्ोलरॉजी पर
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          एररया, हेररटेज साइटस देखने का मौका   फ्शर चचा्य का आयोजन फकया था।
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          फमले। हमने उनके फलए ‘बडी प्ोग्ाम’    पू्वोत्तर  में  बहुत  सारी  ट्राइ्स  हैं,
          का भी आयोजन फकया था जहाँ उनको     फजनकी भाराएँ लुपत होती जा रही हैं और
          असम के तीन अलग-अलग गा् में ल  े   उनके बचा् के फलए तथा उनको आगे
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          जाया गया था। जमम-कशमीर, कना्यटक   ले जाने के फलए फलकग्कसटक साइंस का
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          और गुजरात से आए बच्चों काे यहीं का   उपयोग फकया जा रहा है। हमने बच्चों को
          भोजन कराया गया था, जहाँ उनहें असम   लैंग्ज प्ोसेफसंग डे्लपमेंट के बारे में
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          के पक्ानों के बारे में पता चला। उनहें यह   भी बताया ताफक ्े भी अपना योगदान इस
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          भी पता चला फक यहाँ लोग कैसे खाते हैं,   क्त्र में दे सकें। जापान से यहाँ आए हुए
          कैसे रहते हैं, यहाँ लोग फकतने फसमपल हैं   बच्चों को भी हमने यु्ा संगम काय्यक्रम
          और उनकी फजनदगी में फकतनी सादगी    से जोड़ा, फजसमें उनकी भागीदारी बढ़-
          है।  सीमा  बल  से  हम  लोगों  को  बहुत   चढ़  कर  रही।  ऐसा  फकसी  भी  अलग
          मदद फमली। पहले फदन से ही ्े बच्चों के   राजय में नहीं हुआ। IIT गु्ाहाटी में हमने
          साथ रहे और बच्चों को भूटान के बरॉड्टर   यु्ा संगम से बच्चों को न के्ल राजय
          टाउन भी ले गए। दूसरी बड़ी बात यह हुई   को जानने का मौका फदया, बकलक यु्ाओं
          फक हमारे राजयपाल महोदय गुलाब चंद   ने जापानी छात्रों से भी बहुत कुछ सीखा।
          कटाररया जी के साथ राजभ्न में बच्चों   हमने  बच्चों  को  असम  की  सांसकफतक
                                                                      कृ
          का  एक  महत््पण्य  इंटरेकशन  हुआ।   समृफद्ता और यहाँ की फ्फ्धता फदखाई
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          सपोटस्य  ररलेटेड  एककटफ्टीज  के  फलए   और हम यह उममीद करते हैं फक बाकी
          बच्चों को लक्मीबाई नेशनल इंसटीट्ूट   राजयों के साथ फमलकर ्े देश को एक
          ऑफ़  फिफजकल  एजुकेशन  ले  जाया     सनदेश दें फक पू्वोत्तर भी प्गफत कर रहा
          गया  और  राष्ट्रीय  और  अंतरराष्ट्रीय   है।




















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