Page 30 - Mann Ki Baat Hindi(MAY-2023)
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प्ो. परमेश्र के. अययर
काय्ाहक फनदेशक, IIT-गु्ाहाटी
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सांस्तिक समन्वय मेंे युवाओं की भागरीदाररी
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भारत सरकार द्ारा आयोफजत य्ा रहना देश को जोड़ने का एक बहुत बड़ा
संगम काय्यक्रम हमारे देश के फलए बहुत मौका था, जो कभी हमारे समय में नहीं
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ही महत््पण्य है। हमारा देश बड़े आकार था। हमारा प्यास था फक बच्च असम का
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का फ्फ्धतापण्य देश है और अगर इस कलचर देखें। इससे उनको काफ़ी िायदा
फ्फ्धता में एकता के भा् को बढ़ा्ा हुआ है और मैं मानता हँ फक यह काय्यक्रम
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देना है तो हमारे य्ाओं को साथ लाना और भी आगे बढ़ना चाफहए, फजसमें IIT
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और पूरे देश की संसकफत और परमपरा ग्ाहाटी का पूरा सहयोग रहेगा।
से उनको अ्गत कराना आ्शयक है। हमारे यूथ हमारी सबसे बड़ी ताकत
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प्धानमत्री द्ारा शुरू और फशक्ा मत्रालय हैं। मेरा यह मानना है फक देश की संसकफत
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द्ारा आयोफजत य्ा संगम काय्यक्रम और परमपरा के साथ-साथ बाकी
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के फलए IIT ग्ाहाटी बहुत ही आभारी ह ै चीजों जैसे IIT जैसे प्मुख इंसटीट्ट में
फक हमें होसट इंसटीट्ूट के रूप में चुना साइंस एंड टेक्रॉलरॉजी का एकसपोजर
गया और यह मौका फदया गया फक हम भी यु्ाओं के फलए महत््पूण्य योगदान
अलग-अलग राजयों से आए फ्द्ाफथ्ययों करेगा। जो भी फ्द्ाथमी यहाँ आए हैं, उनहें
को असम की परमपरा ् कलचर फदखा पता चला है फक देश में काफ़ी ऐसी चीजें
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सकें। य्ा संगम के दौरान IIT ग्ाहाटी हैं, फजनमें ्ह अपना योगदान दे सकते
की एक फ्शर बात यह थी फक यहाँ हमन े हैं और यह सब सीखकर यु्ाओं की
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पाँच अलग-अलग राजयों से फ्द्ाफथ्ययों क्मता को और अफधक फ्सतार फमलेगा,
को होसट फकया है, जो जमम-कशमीर, फजससे ्े नई चीजें सीख कर आने ्ाली
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चंडीगढ़, गुजरात, कना्यटक और फदलली पीढ़ी का भी माग्यदश्यन कर सकेंगे। यु्ा
से थे। तीन राजयों के 200 से ज़यादा फ्द्ाथमी संगम काय्यक्रम से IIT गु्ाहाटी के बच्चों
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यहाँ पर ्ठहरे थे और सभी बच्च एक साथ को भी बाकी इंसटीट्ट से काफ़ी अलग-
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रह रहे थे। इस तरह फ्द्ाफथ्ययों का साथ अलग चीजें जैसे साइंस एंड टेक्रॉलरॉजी
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