Page 61 - Mann Ki Baat - Hindi
P. 61

सिफ़िाज़
                     अधयक्, सि सैयि एजुकेशन दमशन, जममू औि क्मीि

          मुतक्त कषा सफर : संयम क ज़ररए जीवन कषा सशक्तीकरण
                                      े
                                     े
                                                 ू
              मुझे  भाित  के  प्धानमंत्ी  निनद्र   महत््पण्व है। यह मुद्ा दसफ़्फ लोगों की जान
          मोिी  को  नशा-मुकत  भाित  अदभयान   लेने का ही नहीं है, बशलक हमािे य्ाओं
                                                                     ु
                                                                   ँ
          का समि्वन किने के दलए हादि्वक बधाई   को इसकी ्खतिनाक िपेट में िसाने का
          िेते हुए ्खुशी हो िही है, जैसा दक उनके   भी है। हम सभी को एकजुट होकि भाित
          ‘मन की बात’ समबोधन में बताया गया   को नशामुकत बनाने में सदक्य योगिान
          है। मैं पुंछ औि जममू-क्मीि क्ेत् के   िेना ज़रूिी है। नशा मुकत भाित अदभयान
                                                                   े
          उलले्खनीय वयशकतयों पि प्काश डालना   को आगे बढ़ाने में प्धानमंत्ी निनद्र मोिी
          िाहता हूँ, जो दपछले 8-10 ्रथों से हमािे   का नेतृत् सिाहनीय है औि यह हमािी
          साि  अिक  रूप  से  काम  कि  िहे  हैं।   दज़ममेिािी है दक हम उनके पीछे ्खड़े हों।
          हमने  समदप्वत  रूप  से  कई  बच्ों  को   आइए हम यह सदनश्ित किने के उनके
                                                        ु
          पिामश्व प्िान दकया है औि उनहें नशे के   प्यासों का तहेदिल से समि्वन कि दक न
                                                                    ें
                                                          ू
                                                  ु
                                                                       ू
          िंगुल से मुकत किाने में सिलतापू््वक   के्ल पंछ या जमम-क्मीि, बशलक पिा
          मिि की है। इनमें से कई यु्ाओं को   भाित नशीली ि्ाओं की लत के द्खलाफ़
          नशा  मुशकत  करेंद्रों  में  पुन्ा्वदसत  दकया   लड़ाई में द्जयी हो।
          गया है। दज़ला समाज कलयाण द्भाग,      मैं  यु्ाओं  को  यह  सनिेश  िेता  हूँ:
          पुंछ, जममू औि क्मीि के साि हमने   आइए  हम  प्धानमंत्ी  निनद्र  मोिी  के
                                                                े
                         ु
          नशीली ि्ाओं के ि्प्भा्ों को उजागि   िश्टकोण  के  साि  ्खड़े  हों,  जैसा  दक
                                             ृ
          किने औि जनता के बीि जागरूकता      kमन की बातl में वयकत दकया गया है
          को  बढ़ा्ा  िेने  के  दलए  एक  बाइक   औि सामूदहक रूप से अपने पयािे भाित
          िैली  औि  जागरूकता  काय्वक्म  भी   को नशे के िंगुल से मुकत किाने का
          आयोदजत दकया।                      प्यास किें, दजससे हमािे िेश के दलए
              इस  मुद्े  की  जड़  को  पहिानना   एक उज््ल भद््य सुिदक्त हो सके।









                                        57
                                        57
                                        57
   56   57   58   59   60   61   62   63   64   65   66