Page 30 - MAN KI BAAT HINDI
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नाररी शतति



         महिलाओं क ववकास से महिलाओं द्ारा ववकास तक
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            आज भारत का जो सामरयचा नए         भारत की स्तंत्ता के 75्ें ्षचा के
        फसरे से फनखरकर सामने आ रहा है,    अ्सर  पर  प्धानमंत्ी  ने  अमृतकाल
                       ू
        उसमें बहुत बड़ी भफमका हमारी नारी   में  एक  महत््पूणचा  फ्ज़न  सामने  रखा,
        शस्त की है। नारी शस्त की ये ऊजाचा   फजसमें  देश  की  सामाफजक-आफथचाक
        ही फ्कफसत भारत की प्ाण्ायु है।    फ्कास यात्ा में नारी शस्त की अहम

                    -प्धानमंत्ी नरेनद्र मोदी   भूफमका होगी।
             (‘मन की बात’ के समबोधन में )    ‘नारी’ और ‘शस्त’, फहनदी के इन
                                          दो शबदों में देश की मफहलाओं की ताक़त
                                          और समभा्नाओं को पहचाना गया है,
                                          फजससे ्े अपने सपने और आकांक्ाएँ
                                          पूरी  करती  हैं।  प्धानमंत्ी  प्ायः  एक
                                          ्ा्य कहते हैं, “मफहलाएँ के्ल हमारी
                                          माताएँ, बहनें और बेफटयाँ ही नहीं, हमारे
                                          समाज  की  असली  फशलपकार  भी  हैं।”
         “मुझे इस बात की ख़ुशी और सममान    उनहें  सश्त  करना  और  सृजनातमक
         है  फक  प्धानमंत्ी  ने  ‘मन  की  बात’   समाज बनाना, आज देश के फलए फनतानत
         कायचारिम  में  मेरे  नाम  का  उललेख   आ््यक है।
         फकया,  जो  देश  के  कोने-कोने  तक
         पहुँचता है। इस सराहना ने मुझे और    भारतीय  संसकृफत  और  शासत्ों  में
         अफधक  मेहनत  करने  और  अपने      मफहलाओं को उच् सथान प्ापत है, जैसे
         संसथान  और  अपने  देश  की  प्गफत   केन उपफनषद में उललेख फमलता है फक
                                 े
         में  योगदान  करने  के  फलए  प्ररत   दे्ी उमा ने ही तीन शस्तशाली दे्ताओं-
         फकया है। मुझे फ्््ास है फक हमारे   इनद्र, ्ायु और अफनि को ब्ह्मतत् का
         प्धानमंत्ी का मफहला सश्तीकरण     गूढ़ ज्ाान फदया था। आज के आधुफनक
         पर फ्शेष ़जोर, सभी क्त्ों की अनेक
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         मफहलाओं  को  अग्रणी  होने  के  फलए   समाज में भी मफहलाएँ हर क्ेत् में आगे
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         प्ररत करेगा।”                    बढ़  रही  हैं  और  नारी  शस्त  का  सही
                    -डॉ. जयोफतमचायी मोहंती  पररचय देती हुई समाज पर गहरा प्भा्
             ्ररषि ्ैज्ाफनक, भाभा एटॉफमक   डाल रही हैं, फजसे देख राषट् का सीना ग्चा
                      ररसचचा सेंटर, मुमबई
                                          से िूल उिता है।


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