Page 6 - Mann Ki Baat Hindi
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भगत सिंह
भारत के अमर शहीद
1. 28 सितमबर, 1907 को लायल्ुर स़िले (अब
्ासकसतान में) के बंगा गाँ्व में जनमे।
2. शहीदों में िबिे महान, शहीद-ए-आ़िम की
पयारी उ्ासध िे याद सकए जाते हैं।
3. 23 माि्त, 1931 को जब उनहें फाँिी दी गई,
तब उनकी आयु 23 ्वर थी।
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िासथयो, आज लता मंगेशकर की था और मैंने लता दीदी को कहा टक मुझे
कृ
भी जयंती है। भारतीय िंसकसत और आपके द्ारा गाया और सुधीर जी द्ारा
िंगीत में रुसि रखने ्वाला कोई भी संगीतबद्ध गीत ‘जयोटत कलश छलके’
उनके गीतों को िुनकर असभभूत हुए बहुत पसंद है।
सबना नहीं रह िकता। उनके गीतों में िासथयो, आप भी मेरे साथ इसका
्वो सब कुछ है जो मान्वीय सं्वेदनाओं आनंद लीटजए।
को झकझोरता है। उनहोंने देशभश्त के
जो गीत गाए, उन गीतों ने लोगों को बहुत
प्रेररत टकया। भारत की संसकटत से भी
कृ
उनका गहरा जुड़ा्व था। मैं लता दीदी मेरे पयारे देश्वासियो, न्वरासरि के
के टलए हृदय से अपनी श्रद्धांजटल प्रकि इि िमय में हम शक्त की उ्ािना
करता हूँ। साटथयो, लता दीदी टजन महान करते हैं। हम नारीशक्त का उति्व
ट्वभूटतयों से प्रेररत थीं उनमें ्वीर सा्वरकर मनाते हैं। Business से लेकर sports
भी एक हैं, टजनहें ्वो ‘तातया’ कहती थीं। तक और education से लेकर science
उनहोंने ्वीर सा्वरकर जी के कई गीतों को तक आप टकसी भी क्षेत्र को लीटजए -
भी अपने सुरों में टपरोया। देश की बेटियाँ हर जगह अपना परचम
लता दीदी िे मेरा स्ह का जो लहरा रही हैं। आज ्वे ऐसी चुनौटतयों को
े
बंधन था, ्वो हमेशा कायम रहा। ्वो मुझे भी पार कर रही हैं, टजनकी कलपना तक
सबना भूले हर िाल राखी भेजा करती मुशशकल है। अगर मैं आपसे ये स्वाल
थीं। मुझे याद है मराठी सुगम संगीत की करूँ, ्या आप समंदर में लगातार 8
महान हसती सुधीर फड़के जी ने सबसे महीने रह सकते हैं! ्या आप समंदर
पहले लता दीदी से मेरा पररचय कराया में पत्वार ्वाली ना्व यानी ह्वा के ्वेग
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