Page 14 - MAAN KI BAAT - HINDI
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्ें जक्समी ने कलपना भमी नहीं कमी थमी जक है जो हर देशभकत के जलए बहुत बड़मी
वहाँ के प्रजतभाशालमी football जखलाड़मी प्रेरणा है। जपछले कुछ वषषों ्से वो उन ्सभमी
दमू्सरे देशों का धयान अपनमी ओर आकजष्मत जवानों के बारे ्ें जानकाररयां जुटा रहे हैं,
मा
करेंगे। अब जरनी के इस coach न रे जजनहोंने भारत ्ाता कमी रक्षा ्ें अपने प्राण
मा
शहिोल के कुछ तखलातडयों को जरनी नयोछावर जकए हैं। आज उनके पा्स प्रथ्
रे
की एक academy रें training दन रे जवशव युद्ध ्से लेकर अब तक शहमीद हुए
की ्रेशकश की है। इसके बाद रधय हजारों वमीर जवानों के बारे ्ें जानकाररयां
मू
रे
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प्रदश की सरकार न भी उनस सां्क्क ्ौजद हैं। उनके पा्स शहमीदों कमी हजारों
तकया है। जलद हमी शहडोल के ह्ारे कुछ तसवमीरें भमी हैं। एक बार एक शहमीद के
युवा-्साथमी training course के जलए जपता कमी कहमी गई बातें उनके हृदय को छू
ज््मनमी जाएँगे। ्ुझे यह देखकर भमी बहुत गईं। शहमीद के जपता ने कहा था “बेटा गया
आनंद आता है जक भारत ्ें football तो कया हुआ, वतन तो ्सला्त है ना!”।
कमी लोकजप्रयता जनरंतर बढ़ रहमी है। ्ैं इ्स एक बात ने जजतेंद्र ज्संह जमी के ्न
football प्रेज्यों ्से आग्ह करता हँ जक ्ें देश-भबकत का एक अद ्भुत जुनन भर
मू
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जब ्स्य ज्ले वे शहडोल जरूर जाएं जदया। आज वो कई शहमीदों के पररवारों
और वहाँ हो रहे sporting revolution के ्संपक्क ्ें हैं। उनहोंने करमीब ढाई हजार
को करमीब ्से देखें। शहमीदों के ्ाता-जपता के चरणों कमी ज्ट्मी
ररेर पयार दशवातसयो, ्समूरत ्ें भमी अपने पा्स लाकर रखमी है। ये ्सशसत्
रे
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रहने वाले जजतेंद्र ज्संह राठौड़ के बारे ्ें बलों के प्रजत उनके गहरे प्रे् और जुड़ाव
जानकर आपको बहुत ्सुखद एह्सा्स का जमीवंत उदाहरण है। जजतेंद्र जमी का
होगा। ्न गव्म ्से भर जाएगा। जजतेंद्र जमीवन ह्ें देश-भबकत कमी वासतजवक
ज्संह राठौड़ एक security guard हैं ्समीख देता है।
और उनहोंने एक ऐ्समी अद ्भुत पहल कमी ररेर पयार दशवातसयो, आजकल
रे
रे
रे
हमारे
सैनिकों क
े
बनिदािों को
याद करते हुए
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