Page 60 - Mann Ki Baat Hindi August 2023
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चमू ककृष्ण िासत्री
                       िद्मश्ी और संसककृत भारती के सह संसथािक


                 कृ
           संस्ि क माध्यम से सांस्तिक संरक्ण और
                       े
                                             कृ
                               ज्ान सम्वधल्डन
         हाल ही में 31 अगसत, 2023 को दुपनया ने प्श् संसककृत पद्स मनाया। ‘मन की बात’
          के समबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसककृत के बारे में िागरूकता बढ़ाने के
            े
          उद्शय से काय्य कर रहे ‘संसककृत भारती’ संगठन के प्पभन्न अपभयानों और प्रयासों
          की चचा्य की। हमारी दूरदि्यन टीम ने संसककृत भाषा के महत्् और समाि में इसके
           योगदान के बारे में िानने के पलए ‘संसककृत भारती’ के सह-संसथािक चमू ककृष्ण
                                 िासत्री से बात की।

            संसककृत भाषा, ्ाकई भारत की एक     पिक्षा  मंत्रालय  ने  भारतीय  ज्ाान
        महत््िण्य भाषा है। भारत की स्तंत्रता के   िरमिरा  प्भाग  (इंपडयन  नॉलेि
              ू
        बाद इस भाषा का महत्् और बढ़ गया    पससटमस  –  IKS)  नामक  एक  प्िेष
        है। सभी भारतीय भाषाओं में, प्िेषकर   प्भाग  बनाया  है,  पिसे  भारतीय  ज्ाान
        प्ज्ाान  और  प्रौद्ोपगकी  िैसे  क्षेत्रों  में   प्रणाली  भी  कहा  िाता  है।  उन्होंने  हाल
        नए िबदों के प्रयोग के पलए संसककृत का   ही  में  एक  नई  पिक्षा  नीपत  (NEP-2020)
        उियोग  पकया  गया  है।  काफ़ी  संसककृत   बनाई है, िो कहती है पक सभी सककूली
        िबद िहले भी भारतीय भाषाओं में प्रयु्त   प्षयों और उच् पिक्षा में भारतीय ज्ाान
        होते  थे  और  आि  भी  प्रयु्त  होते  हैं।   िरमिराओं के बारे में िाठ िापमल होने
        िब भारतीय भाषाएँ समान िबदों और    चापहए।  इस  काय्य  की  पज़ममेदारी  IKS
        ्ा्यांिों का उियोग करती हैं, तो लोगों   प्भाग की है। IKS प्भाग के अंतग्यत देि
        के पलए एक-दूसरे को समझना आसान     के प्पभन्न पहससों में अनुसंधान केंद्र भी
        हो  िाता  है।  कई  भारतीय  भाषाओं  की   सथापित पकए िा रहे हैं और अनुसंधान
        ध्पन और ्ा्य संरचना भी संसककृत के   िररयोिनाओं  के  पलए  अनुदान  पदया
        समान है। इसपलए यपद भारतीय भाषाएँ   िा  रहा  है।  अभी  लोग  भारतीय  ज्ाान
        संसककृत िबदों का उियोग करें, तो उनका   को अन्य भाषाओं में िढ़ रहे हैं, लेपकन
        और प्कास हो सकता है और साथ ही     इसे संसककृत में िढ़ना बेहतर है, ्योंपक
        उनको बेहतर बनाया िा सकता है।      ्ह मूल भाषा है। IKS प्भाग का धयान


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