Page 30 - Mann Ki Baat Hindi August 2023
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कलिना कालाहसती
असोपसएट पनदेिक, चंद्रयान-3, भारतीय अंतररक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)
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चंद्रमा क स्पशल्ड क साथ िमशन पूरा
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यह एक अभूति््य सिलता है। यह पिर से आगे बढ़े। हमें िहले इस बात
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एक ऐसा महत््िण्य अ्सर है, पिसका को धयान में रखना था पक ्ासत् में ्या
िश्न हम सभी को मनाना चापहए। हमारा गलत हुआ और यह समझना भी था पक
देि चंद्रमा के दपक्षणी ध्ु् िर िहुँचने पकन सुधारों की आ्शयकता थी और
्ाला िहला देि बन गया है, साथ ही अब हमें इस अंतररक्ष यान का िुनपन्यमा्यण
हम चंद्रमा की सतह िर सॉफट लैंपडंग कैसे करना है। इसपलए प्रारकमभक चरण
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करने ्ाला चौथा देि भी हैं। इसपलए में यह समझना महत््िण्य था पक ्या
यह पनकशचत रूि से एक खुिी का क्षण करने की आ्शयकता है और उसके
है। यह हमारी िूरी टीम के अिार और बाद हमने अंतररक्ष यान के पनमा्यण का
अथक प्रयासों का िररणाम है। अिना ्ासतप्क काय्य िुरू पकया। हमें
यह पमिन चुनौपतयों से भरा हुआ सभी आ्शयक िरीक्षण और पसमुलेिन
था। हम िहली बार अनेक नई तकनीकों करने थे। पसमुलेिन सभी समभाप्त
को प्रदपि्यत कर रहे थे। अन्य ररमोट िैला् के मामलों का प्सतृत लेखा-
सेंपसंग उिग्हों की तुलना में लैंपडंग िोखा था। हमें यह अनुमान लगाना था
पबलकुल अलग थी। हमें ्ासत् में पक समभाप्त गलपतयाँ ्या हो सकती
सॉफट लैंपडंग के पलए आ्शयक सभी हैं। गलपतयों से बचते हुए हमें ऐसा उिग्ह
नई तकनीकों का इसतेमाल करना िड़ तैयार करना था, िो पकसी प्रकार की
रहा था। हम चंद्रयान-2 के दौरान काफ़ी त्रुपटयों से मु्त हो।
हद तक प्रदि्यन कर सके और चंद्रयान-3 लैंपडंग से कुछ क्षण िहले मैं
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में सिलता का प्रदि्यन करने के पलए चंद्रयान-3 के प्रोि्ट डायरे्टर डॉ. िी.
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