Page 28 - Mann Ki Baat Hindi August 2023
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एस. सोमनाथ
अधयक्ष, भारतीय अंतररक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)
ििल माँगे मोर
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अंतररक्ष फ्टपन्यटी में यह बहुत का संकेत है, पिसके इतनी बड़ी मात्रा
सिष्ट है पक यपद आि में िोपखम उठान े में होने की हमें कभी उममीद नहीं थी।
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का साहस नहीं है, तो आि कुछ भी हमने कई सथानों िर तत्ों के िला् के
हापसल नहीं कर िाएँगे। हम समझत े सन्दभ्य में बहुत कुछ खोिा। एक अन्य
हैं पक पकसी भी काम में असिलता िेलोड ChaSTE ने हमें तािमान प्भािन
और पनरािा या सिलता और प्रिंसा के बहुत अलग पनष्कष्य पदए। हमन े
हो सकती है, लपकन हमें पिर भी अिना िाया पक ऊिर से मात्र 10 से.मी. नीच े
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काम करते रहना चापहए। पिछली बार तक के तािमान में बहुत भारी अंतर
चंद्रयान की सॉफट लैंपडग में प्िलता है। हमने ्हाँ आयपनक उिकसथपत को
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ने हमें िया्यपत डेटा पदया, पिससे हम भी देखा, िर ्ह हमारी अिेक्षा से बहुत
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पससटम में कपमयों का प्शलषण कर कम थी। भूकमिीय गपतप्पधयाँ बहुत
सकें। हमने कपमयों को समझा और पदलचसि थीं, हमने िाया पक चंद्रमा के
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अपधक अनुरूिता तथा बाउंड्ी ऑिरिन केंद्र के अंदर गपतप्पधयाँ हो रही हैं।
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बनाने और उन सभी समभा्नाओं को यह सपनकशचत करने के पलए पक कोई
क्र करने की पदिा में अिने प्रयासों त्रुपट न हो, इन सभी को सटीक रूि स े
को बढ़ाने के पलए काम पकया, पिनके मािने और समय-समय िर अधययन
बारे में हम सोच सकते थे, इसपलए इस करने की आ्शयकता है, तापक िब हम
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बार हम ्ासत् में आश्सत थे। ्ासत् में दपनया को अिने असाधारण
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िेलोड को कुछ काय्य सौंिे गए थे। और महत््िण्य पनष्कषषों के बारे में
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लैंपडग के बाद, रो्र के िास मौपलक बताएँ, तो हमें बहुत सममान की दकष्ट स े
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संरचना की िहचान करने के पलए मून देखा िाता है।
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पमनरोलॉिी से समबकन्धत दो महत््िण्य अब प्राथपमक पमिन के सभी
उिकरण थ– अलिा िापट्डकल ए्स-र े लक्यों को िूरा करने के बाद, अब ‘हमारा
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सिे्ट्ोमीटर (APXS) और लेज़र प्रररत पदल माँगे मोर’। मैंने अिनी टीम स े
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ब्कडाउन सिे्ट्ोसकोिी (LIBS)। हमन े कहा है पक 14 पदन बाद रो्र के िी्ंत
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इनसे काफ़ी िानकारी हापसल की ह– होने के बाद िहाँ तक समभ् हो, नई
िैसे, सलिर एक ऐसे तत् के होन े चीज़ों को समझने का प्रयास करें। हम
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