Page 57 - MAN KI BAAT HINDI
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फकया, फजस कारण हम इस क्ेत् में और   से कमा रहा है, साथ ही फकसान अपन  े
          काम कर पाए। हमने तक़रीबन 35 लाख    खुद  के  प्ोड्टस  बनाकर  माककेट  में
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          से अफधक ल्ेंडर के पौधे 2,000 से ज़यादा   उतार रहे हैं, चाहे ्ह ऑनलाइन पर हों
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          फकसानों को मुफत में उपलबध कर्ाए।     या लोकल ल्ल पर हों। कािी सारे नए
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          ट्ेफनंग देकर हमने ससकल डे्लपमेंट में   य्ा उद्मी भी इससे जड़ते जा रहे हैं।
          भी उनकी मदद की और उनहें इंडसट्ी   यह एक बहुत बड़ी सिलता है।
          से  जोड़ा  है।  अलग-अलग  सथानों  पर   मैं  प्धानमंत्ी  का  बहुत-बहुत
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          फडससटलेशन  यफनटस  भी  सथाफपत  की   धनय्ाद  करना  चाहँगा  फक  उनहोंन  े
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          गई हैं।                           99्ें  ‘मन  की  बात’  में  अरोमा  फमशन
              आज, अरोमा फमशन के तहत हम      का  फज़रि  फकया।  इस  कारण  फकसानों
          पूरे  जमम-क्मीर  में  50  से  अफधक   में बहुत ़जयादा खुशी की लहर है और
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          फडससटलेशन यफनटस सथाफपत कर चुके    ्ैज्ााफनक  भी  बहुत  ़जयादा  उतसाफहत  हैं
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          हैं।  आने  ्ाले  समय  में  हम  फकसानों   फक  ़जयादा-से-़जयादा  फकसानों  को  इस
          को और प्फशफक्त कर रहे हैं। हम उनहें   फमशन से जोड़ा जाए।
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          फसखा रहे हैं फक ल्ेंडर की खेती कैस  े
          करते हैं, फजससे फकसानों की आय में
          बढ़ोतरी हो सके। एक फकसान, जो एक
          कनाल पर 2,000 से 2,500 रुपये कमाता
          था,  आज  ्ही  फकसान  9  कनाल  पर   बैंगनी रिासनत के बारे में और जानन  े
                                            के फलए QR कोड सकैन करें।
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          90,000 से 95,000 रुपये कािी आराम


























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