घर की बात है। क्या कहूं? लेकिन पापा और चाचू के रोज झगड़े होते थे। चाचू को करना था बिजनेस। और पापा कहते थे अब पैसे कहां से आएंगे? ये तो अब जाके मामला सेटल हुआ है। अब चाचू खुद का बिजनेस चलाते हैं। 20 लोगों को भी काम पे लगाया है। और इनमें इनमें भी दोस्ती हो गई है। वैसे मुद्रा लोन होता क्या है पता है आपको। सुना है मोदी जी ने भेजी है। लेकिन इसके आने से लाइफ सेट हो गई है। ए चुड्डू क्या कर रहा है? चल जा पढ़ाई कर। हां, जाता हूं। देखिए देश में युवाओं का विश्वास बढ़ता जा रहा है। कैसे? हुनर का साथ निभाया, सपनों को सच कर दिखाया। मेहनत को दी साहस की ताकत। मिलकर नया सूरज उगाया। बात साफ है एक एक युवा की शक्ति, तरक्की में बदल रही है। तभी तो जो दशकों तक नहीं हुआ था, वो सिर्फ 48 महीनों में... अगर नियत सही बिका।